जब प्यार किया था तो नादान बहुत थे
अब जान गए हैं तो जवानी चली गयी
जब आये थे बादल तो मयखाना बंद था
पियाले भरे तो शाम सुहानी चली गयी
सपनों की झूठीं बातें सुनानें लगे हैं लोग
वो तेरे मेरे सच की कहानी चली गयी
हार गया मिट्टी से एक शाह का मज़ार
मील के पत्थर की निशानी चली गयी
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