एक रहनुमा मिला सफ़र आसान बन गए
कुछ बहके हुए लोग फिर इंसान बन गए
दरवाज़े पे देते थे बड़ी देर से दस्तक
वो प्यार के रिश्ते मेरा ईमान बन गए
मैं कहता रहा उनसे अपने जिगर का दर्द
वो मेरी हर एक बात पे अनजान बन गए
माँगा जो हवाओं ने साँसों से थोड़ा क़र्ज़
जितने बड़े थे कारवाँ सुनसान बन गए
कुछ बहके हुए लोग फिर इंसान बन गए
दरवाज़े पे देते थे बड़ी देर से दस्तक
वो प्यार के रिश्ते मेरा ईमान बन गए
मैं कहता रहा उनसे अपने जिगर का दर्द
वो मेरी हर एक बात पे अनजान बन गए
माँगा जो हवाओं ने साँसों से थोड़ा क़र्ज़
जितने बड़े थे कारवाँ सुनसान बन गए
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