मैंने हर बात कही है तुमसे
तुम भी कुछ बात कहो
मेरे हाथों में लकीरें हैं कई
तुम इनमें से कौन सी हो
नींद आयी थी एक पल के लिए
होश आया है चलो और सहो
दिल के दरवाज़े से आती यादें
अब कहाँ जाओ कैसे दूर रहो
इन हवाओं से क्यूँ लड़े कोई
जहाँ बहती हैं इनके साथ बहो
तुम भी कुछ बात कहो
मेरे हाथों में लकीरें हैं कई
तुम इनमें से कौन सी हो
नींद आयी थी एक पल के लिए
होश आया है चलो और सहो
दिल के दरवाज़े से आती यादें
अब कहाँ जाओ कैसे दूर रहो
इन हवाओं से क्यूँ लड़े कोई
जहाँ बहती हैं इनके साथ बहो
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