Chithhi
Monday, 11 November 2013
रोज़ कहते हो कि मर जायेंगे
रोज़ कहते हो कि मर जायेंगे
लोग कह कर कभी नहीं मरते
मैं बुरा हूँ तो रब से मेरे लिए
क्यूँ मौत की दुआ नहीं करते
आदमी खुद को दफ्न करता है
हादिसे यूँ ही हुआ नहीं करते
न भर तू आह, सुलगती है आग
जले कोई तो हवा नहीं करते
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