आएगा नया साल तो जाएगा गया साल
फिर उठ के खड़े होंगे कुछ और नए सवाल
या उम्र बढ़ेगी या घटेंगे ज़िंदगी के दिन
अब जाने किस इरादे से आएगा नया साल
तू मेरे लिए रूक न सका सिर्फ दो घड़ी
तब दिल में क्यूँ रुका है अब भी तेरा ख़याल
आँखों में आ के बस गयी है क्यूँ तेरी तस्वीर
ग़लती मेरी नज़र की थी या था तेरा जमाल
फिर उठ के खड़े होंगे कुछ और नए सवाल
या उम्र बढ़ेगी या घटेंगे ज़िंदगी के दिन
अब जाने किस इरादे से आएगा नया साल
तू मेरे लिए रूक न सका सिर्फ दो घड़ी
तब दिल में क्यूँ रुका है अब भी तेरा ख़याल
आँखों में आ के बस गयी है क्यूँ तेरी तस्वीर
ग़लती मेरी नज़र की थी या था तेरा जमाल
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