प्यार सिमटे तो तेरे होठों तक
गर जो फैले तो ये जहां कम है
क़तरा बाकी नहीं जिगर में मेरे
उनको लगता है खूं बहा कम है
लोग बचते हैं मेरा नाम लेने से
आज रुसवाइयों का ये आलम है
तू मिला है न मिलेगा मुझको
मेरे हिस्से में कुछ दुआ कम है
क़त्ल कर के मेरा वो कहते हैं
हुआ है जो भी वो हुआ कम है
हुआ है जो भी वो हुआ कम है
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